गर्भावस्था में माहवारी

गर्भावस्था का एक नियम है, और वो यह है की यदि आप गर्भवती है तो आपको माहवारी नहीं होंगी और यदि आपको माहवारी होती है तो आप गर्भवती नहीं है। यह उतना ही सत्य है, जितना सूर्य का पूर्व से उदय होना । गर्भावस्ता में माहवारी का भले ही कितना भी क्लेम किया गया हो, यह पूर्ण रूप से सत्य है की गर्भावस्ता के दौरान माहवारी नहीं होती । और यदि आपको माहवारी हो रही है तो बधाई हो आप गर्भवती नहीं हैं । हाँ थोड़ा बहुत रक्तरसाव योनि से हो सकता है परन्तु वह हलके गुलाबी रंग का होगा । यदि गर्भवस्ता के पहले तिमाही में आपका पैड पूर्ण रूप से रक्त से भर रहा हो तो आप गर्भवती नहीं हैं । यदि गर्भवस्ता के अवधि के तिमाही के बाद अथवा गर्भवस्ता में किसी भी प्रकार का रक्तस्राव हो तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएँ यह गंभीर बीमारी के लक्षण हो सकते हैं, जिससे आपको और आपके शिशु को हानि पहुँच सकती है ।

क्या आप जानते हैं, की केवल 1/4 गर्भवती महिलाएं ही शिशु को जन्म दे पाती हैं । शेष को तो पता भी नहीं चलता की वह गर्भवती है, उन्हें पता चले इससे पहले ही उनका गर्भ अस्थिरता के कारन समाप्त हो जाता है । दुनिया में केवल 1/4 गर्भवती महिलाएं ही शिशु को जन्म दे पाती है ।

गर्भावस्ता के दौरान किसी भी प्रकार के रक्तस्राव के लक्षणों इन कारणो से हो सकता है ।

१) इम्प्लांटेशन रक्तस्राव :
इम्प्लांटेशन रक्तस्राव तब होता है जब महिला को पता भी नहीं होता की वह गर्भवती है, जब भ्रूड़ गर्भशय में स्थिर होता है जब यह रक्तस्राव होता है । जिसमे सिर्फ कुछ बुँदे ही रक्त के बहती है ।

२) मॉलर गर्भवस्ता

३) एक्टोपिक गर्भवस्ता ( इसमें भ्रूड़ गर्भाशय को छोड़ कर कही और स्थिर हो जाता )

४) किसी भी तरह की गर्भवस्था के दौरान गर्भपात या गर्भपात के लक्षण ।

५) गर्भशय ग्रीवा (सर्विक्स) के आकार में बदलाव ।

६) इन्फेक्शन अर्थात संक्रमण – यह संक्रमण गर्भशय अथवा योनि कही पर भी हो सकता है ।

७) समय से पूर्व शिशु का जन्म अथवा उसके लक्षण ।

८) गर्भशय ग्रीवा (सर्विक्स) में फैलाव ।

९) गर्भपात

१०) प्लेसेंटा प्रिविया

११) प्लेसेंटा का गर्भाशय से अलग हो जाना ।

१२) वासा प्रिविया ।

१३) गर्भाशय में किसी भी कारण से रक्तस्राव होना ।

यदि आप गर्भावस्था के दौरान किसी भी तरह से योनि से रक्तस्राव को महसूस करे अथवा जाने तो तुरंत अपने चिकित्सीय सलाहकार से संपर्क करें । आपके और आपके शिशु के लिए यह हानिकारक हो सकता है ।

रक्तस्राव के साथ हो सकता है आप इन लक्षणों को भी महसूस करे

१) पेट अथवा गर्भाशय में दर्द अथवा मरोड़ ।

२) पीठ में दर्द ।

३) बेहोश हो जाना ।

४) आँखों के आगे अँधेरा छा जाना (ब्लेक आउट होना)

५) थकान होना शरीर में ।

६) बुखार होना । बुखार थोड़ा या ज्यादा कैसा भी हो सकता है । गर्भावस्था के दौरान किसी भी प्रकार का बुखार हो तो उसे नजर अंदाज नहीं करना चाहिए तुरंत अपने चिकित्सीय सलाहकार को इसके बारे में सूचित करे ।

७) बहुत ज्यादा वामन करना अथवा नकसीर होना ।

यह आलेख केवल शैक्षिक उद्द्देश्यों के लिए है, यह कोई चिकित्सा सलाह प्रदान नहीं करता है ।

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